एक बार एक तहसीलदार की गाड़ी सुनसान रास्ते में
रात के समय खराब हो गयी।
उसने गाड़ी से उतरकर देखा तो दूर एक ढाबे जैसा मकान दिखाई दिया।
वह उस मकान के दरवाजे पर दस्तक देता है।
घर के अंदर से एक सुन्दर महिला निकलती है।
महिला - "जी क्या काम है?"
तहसीलदार – "जी मैं तहसीलदार हूँ और मेरी गाड़ी खराब हो गयी है
यहां कोई मेकेनिक मिल सकता है?"
महिला - "मेकेनिक तो सुबह यहां से 10 km दूर जाकर
मिलेगा।"
तहसीलदार - "यहां रहने के लिये कोई कमरा मिलेगा।"
महिला - "जी नहीं, यहां कोई कमरा नहीं है और मैं यहां
अकेली हूँ।"
तहसीलदार - "क्या आप मुझे यहां रहने देंगी?"
महिला - "क्यों?"
तहसीलदार – “क्योंकि मैं तहसीलदार हूँ।"
महिला - "लेकिन मेरे पास तो एक ही कमरा है।"
तहसीलदार - "तो क्या हुआ, मैं तहसीलदार हूँ।"
महिला - "लेकिन मेरे पास तो एक ही बिस्तर है।"
तहसीलदार - "तो क्या हुआ भरोसा रखें मैं तहसीलदार हूँ।"
महिला मान जाती है और दोनों एक ही बिस्तर पर एक दूसरे की तरफ पीठ करके सो जाते हैं
सुबह जब तहसीलदार उठता है तो महिला उस वक्त मुर्गियों को दाना डाल रही होती है।
तहसीलदार पूछता है – "कितनी मुर्गियां पाली हैं आपने?"
महिला - "जी, 20 मुर्गियां और 30 मुर्गे।"
तहसीलदार हैरान होकर पूछता है - "20 मुर्गियों के लिए 30 मुर्गे!"
महिला चुटिले अंदाज में - "जी काम के तो सिर्फ 5 ही हैं,
बाकी तो सभी तहसीलदार हैं।"
😁😁😂🤣🤣🤣🤣
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